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Anilchandra Thakur

इस ऑडियोबुक को डिजिटल वॉइस में रिकॉर्ड किया गया है. अनत कहां सुख पावे - कहानियों का एक कालजयी संग्रह जीवन की भावनाओं और अनुभवों की विभिन्नताओं से भरी यात्रा पर निकलें "अनत कहां सुख पावे" के साथ, जो स्वतंत्र कहानियों की एक आकर्षक श्रृंखला है। हर कहानी, बारीकी से बुनी गई और गहरी अंतर्दृष्टि के साथ, मानव संघर्षों, खुशियों और अर्थ की खोज के सार को पकड़ती है। चाहे आप इन्हें क्रम में पढ़ें या अलग-अलग आनंद लें, ये कहानियां दिल में गूंजेंगी, जीवन की अप्रत्याशित राहों और उसके बीच मिलने वाले सुकून की खोज का प्रतिबिंब प्रस्तुत करेंगी। इस श्रृंखला में डूबें और उन कहानियों की खोज करें जो जितनी अनोखी हैं, उतनी ही सार्वभौमिक, और हर एक कहानी आत्मा पर एक अमिट छाप छोड़ती है। लेखक ' स्वर्गीय श्री अनिलचंद्र ठाकुर| अन्वेषण निनाद की कहानी है, जो एक समर्पित कलाकार है और अपनी कला में पूर्णता की तलाश में है। निनाद ने अपनी कला को तीन दशकों से अधिक समय समर्पित किया है, लेकिन उसे हमेशा लगता है कि उसकी साधना अधूरी है। उसकी कला देश-विदेश में प्रशंसित होती रही है, लेकिन उसकी आत्मा में एक अज्ञात प्यास है जो उसे चैन नहीं लेने देती। निनाद का गाँव से गहरा संबंध है, जहाँ उसे अपनी कला के विषय मिलते हैं। गाँव की पगडंडियाँ, झोंपड़ियाँ, वृक्ष-पौधे, और गरीबों की जिंदगी उसकी कला के मुख्य विषय रहे हैं। लेकिन बचपन से ही उसे मलहरियावाली काकी की सूरत आकर्षित करती रही है। काकी के साथ उसका संबंध एक पहेली की तरह है, जो प्यार से ऊपर और इस धरती से परे है। काकी की सुंदरता और सादगी ने निनाद को हमेशा प्रभावित किया है। काकी की आँखों की खूबसूरती और उसकी देह की चमक निनाद के लिए एक प्रेरणा रही है। लेकिन काकी का जीवन भी कठिनाइयों से भरा रहा है। उसकी सुंदरता ही उसका दुर्भाग्य बन गई, और पति की कुंठा और कठोर अनुशासन ने उसे तोड़ दिया। निनाद की कहानी कला, प्रेम, और जीवन की जटिलताओं को बयां करती है। यह कहानी एक कलाकार की आत्मा की खोज और उसकी अधूरी साधना की यात्रा है। Duration - 23m. Author - ANILCHANDRA THAKUR. Narrator - डिजिटल वॉइस Hanisha G. Published Date - Monday, 20 January 2025.

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United States

Description:

इस ऑडियोबुक को डिजिटल वॉइस में रिकॉर्ड किया गया है. अनत कहां सुख पावे - कहानियों का एक कालजयी संग्रह जीवन की भावनाओं और अनुभवों की विभिन्नताओं से भरी यात्रा पर निकलें "अनत कहां सुख पावे" के साथ, जो स्वतंत्र कहानियों की एक आकर्षक श्रृंखला है। हर कहानी, बारीकी से बुनी गई और गहरी अंतर्दृष्टि के साथ, मानव संघर्षों, खुशियों और अर्थ की खोज के सार को पकड़ती है। चाहे आप इन्हें क्रम में पढ़ें या अलग-अलग आनंद लें, ये कहानियां दिल में गूंजेंगी, जीवन की अप्रत्याशित राहों और उसके बीच मिलने वाले सुकून की खोज का प्रतिबिंब प्रस्तुत करेंगी। इस श्रृंखला में डूबें और उन कहानियों की खोज करें जो जितनी अनोखी हैं, उतनी ही सार्वभौमिक, और हर एक कहानी आत्मा पर एक अमिट छाप छोड़ती है। लेखक ' स्वर्गीय श्री अनिलचंद्र ठाकुर| अन्वेषण निनाद की कहानी है, जो एक समर्पित कलाकार है और अपनी कला में पूर्णता की तलाश में है। निनाद ने अपनी कला को तीन दशकों से अधिक समय समर्पित किया है, लेकिन उसे हमेशा लगता है कि उसकी साधना अधूरी है। उसकी कला देश-विदेश में प्रशंसित होती रही है, लेकिन उसकी आत्मा में एक अज्ञात प्यास है जो उसे चैन नहीं लेने देती। निनाद का गाँव से गहरा संबंध है, जहाँ उसे अपनी कला के विषय मिलते हैं। गाँव की पगडंडियाँ, झोंपड़ियाँ, वृक्ष-पौधे, और गरीबों की जिंदगी उसकी कला के मुख्य विषय रहे हैं। लेकिन बचपन से ही उसे मलहरियावाली काकी की सूरत आकर्षित करती रही है। काकी के साथ उसका संबंध एक पहेली की तरह है, जो प्यार से ऊपर और इस धरती से परे है। काकी की सुंदरता और सादगी ने निनाद को हमेशा प्रभावित किया है। काकी की आँखों की खूबसूरती और उसकी देह की चमक निनाद के लिए एक प्रेरणा रही है। लेकिन काकी का जीवन भी कठिनाइयों से भरा रहा है। उसकी सुंदरता ही उसका दुर्भाग्य बन गई, और पति की कुंठा और कठोर अनुशासन ने उसे तोड़ दिया। निनाद की कहानी कला, प्रेम, और जीवन की जटिलताओं को बयां करती है। यह कहानी एक कलाकार की आत्मा की खोज और उसकी अधूरी साधना की यात्रा है। Duration - 23m. Author - ANILCHANDRA THAKUR. Narrator - डिजिटल वॉइस Hanisha G. Published Date - Monday, 20 January 2025.

Language:

Hindi


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Duration:00:23:57