
चेन्नई में रातें चार संस्मरणों की यात्रा
DR.SANDEEP KUMAR SHARMA
इस ऑडियोबुक को डिजिटल वॉइस में रिकॉर्ड किया गया है.
अवसर आते हैं जाने के लिए।
अरे नहीं जनाब! आप गलत समझ रहे हैं। मेरा वो मतलब नहीं है जो आप समझ रहे हैं।
अवसर यानी मौके आते हैं कहीं जाने के लिए। अब यह जाने वाले की किस्मत है कि जाने का मौका कहां मिलता है। किसी को अवसर मिलता है अपने गांव से शहर जाने का। वह उसमें भी खुश हैं। किसी को मौका मिलता है अपने शहर से दूसरे शहर जाने का।…कुछ ही भाग्यशाली होते हैं जिन्हें अवसर मिलता है परदेस जाने का।…लेकिन आप यह न समझें कि यहां जिस अवसर की बात हो रही है वह सिर्फ-और-सिर्फ देशाटन तक सीमित है। स्थाई रूप से बसने की बात नहीं है। देशाटन यानी सैर-सपाटा। पर्यटन। घूमने जाना,इत्यादी-इत्यादी।
मौका कोई भी हो सकता है।
मौका मतलब प्रयोजन।
मेरा मतलब है कि आपको अपना सपना साकार करने का मौका मिल रहा है। सरल शब्दों में नौकरी के साक्षात्कार का मौका। अपने व्यापार को आगे बढ़ाने का मौका। अपने परिचित के यहां किसी खास आयोजन का मौका। आपके विवाह का मौका। अपने आराध्य के विशेष पूजा स्थल पर जाने का मौका। किसी विचार गोष्ठी में शिरकत करने का मौका। वार्षिक अधिवेशन में शामिल होने का मौका। कोई भी मौका मकसद के अधीन होता है। बिना मकसद के मौका होता ही नहीं है।
परिवहन चुनाव।
Duration - 7h 51m.
Author - DR.SANDEEP KUMAR SHARMA.
Narrator - डिजिटल वॉइस Harsha G.
Published Date - Monday, 13 January 2025.
Copyright - © 2025 pankaj gupta ©.
Location:
United States
Description:
इस ऑडियोबुक को डिजिटल वॉइस में रिकॉर्ड किया गया है. अवसर आते हैं जाने के लिए। अरे नहीं जनाब! आप गलत समझ रहे हैं। मेरा वो मतलब नहीं है जो आप समझ रहे हैं। अवसर यानी मौके आते हैं कहीं जाने के लिए। अब यह जाने वाले की किस्मत है कि जाने का मौका कहां मिलता है। किसी को अवसर मिलता है अपने गांव से शहर जाने का। वह उसमें भी खुश हैं। किसी को मौका मिलता है अपने शहर से दूसरे शहर जाने का।…कुछ ही भाग्यशाली होते हैं जिन्हें अवसर मिलता है परदेस जाने का।…लेकिन आप यह न समझें कि यहां जिस अवसर की बात हो रही है वह सिर्फ-और-सिर्फ देशाटन तक सीमित है। स्थाई रूप से बसने की बात नहीं है। देशाटन यानी सैर-सपाटा। पर्यटन। घूमने जाना,इत्यादी-इत्यादी। मौका कोई भी हो सकता है। मौका मतलब प्रयोजन। मेरा मतलब है कि आपको अपना सपना साकार करने का मौका मिल रहा है। सरल शब्दों में नौकरी के साक्षात्कार का मौका। अपने व्यापार को आगे बढ़ाने का मौका। अपने परिचित के यहां किसी खास आयोजन का मौका। आपके विवाह का मौका। अपने आराध्य के विशेष पूजा स्थल पर जाने का मौका। किसी विचार गोष्ठी में शिरकत करने का मौका। वार्षिक अधिवेशन में शामिल होने का मौका। कोई भी मौका मकसद के अधीन होता है। बिना मकसद के मौका होता ही नहीं है। परिवहन चुनाव। Duration - 7h 51m. Author - DR.SANDEEP KUMAR SHARMA. Narrator - डिजिटल वॉइस Harsha G. Published Date - Monday, 13 January 2025. Copyright - © 2025 pankaj gupta ©.
Language:
Hindi
✓✓पुस्तक : चेन्नई में रातें चार : यात्रा संस्मरण
Duration:07:51:54